गुलाबी सवारियां Gulabi Saawariya Song Lyrics - Ek Chatur Naar | Sachet Tandon | Shilpa Rao


Lyrics 

दो दो जोगिनी के बीच में अकेला लांगुरिया

दो दो जोगिनी के बीच में अकेला अकेला

भीगी-भीगी ये चुनरी तोरी लाल लाल रे

खींचे जाए जिया को खामखां 

उड़ता जाए नशे में है गुलाल यार वे

आंखें तोरी कटोरा भांग का

पूरा का पूरा छज्जा ही

दिल का हुआ है गुलाबी सा रे

जबसे है तूने मुझे रंग दिया

फैली अफ़वाहें सारे मोहल्ले में हैं ये

तेरे चक्कर में मैं लुट गया रे पिया


तेरी ओढ़नी मैं रंग दूं

गुलाबी सांवरिया

तेरी ओढ़नी मैं रंग दूं

गुलाबी सांवरिया

रे आजा आजा सांवरिया

रे दूर ना जा सांवरिया

तेरी ओढ़नी मैं रंग दूं

गुलाबी सांवरिया

गुलाबी सांवरिया

गुलाबी सांवरिया


पकड़ा दी मैंने कलाई मेरी तुझे

फिर क्यों तू खुल के मुझे ना रंगे

तेरी इसी में भलाई है बेरिया

जैसा मैं बोलूं तू वैसा करे

कह के बातें ये मीठी सी ठंडाई जैसी

तूने नींदों में मेरी बड़ा तंग किया

फैली अफ़वाहें सारे मोहल्ले में हैं ये

तेरे चक्कर में दिल लुट गया है पिया


मेरी ओढ़नी तू रंग दे

गुलाबी सांवरिया

मेरी ओढ़नी तू रंग दे

गुलाबी सांवरिया


आजा आजा सांवरिया रे

दूर ना जा सांवरिया

मेरी ओढ़नी तू रंग दे

गुलाबी सांवरिया

कितने दिलों पे तेरा रंग यूं चढ़ा है

तुझको मिला के आगे लूं तेरे सिवा

खुल के बता दे ना क्या मुझसे तू चाहे

खुल के बताने में कहां कोई मजा


तेरी ओढ़नी मैं रंग दूं

गुलाबी सांवरिया

गुलाबी सांवरिया 

गाने का विवरण

गीत "गुलाबी सांवरिया" के बोल एक प्रेम भरे, चंचल और रंगीन मूड को दर्शाते हैं, जिसमें होली के उत्सव और प्रेमी-प्रेमिका के बीच की मस्ती भरी छेड़छाड़ को चित्रित किया गया है। यह गीत हिंदी और राजस्थानी लोक शैली का मिश्रण है, जिसमें प्रेम, आकर्षण, और रंगों के त्योहार की भावनाएं झलकती हैं। नीचे गीत के बोलों का वर्णन हिंदी में किया गया है:-

गीत की शुरुआत में एक लांगुरिया (प्रेमी) का ज़िक्र है, जो दो जोगणियां के बीच अकेला है। यह पंक्ति एक चंचल और हल्के-फुल्के अंदाज़ में प्रेमी के आकर्षण और उसकी स्थिति को दर्शाती है। प्रेमिका की लाल चुनरी का ज़िक्र है, जो भीगी हुई है और प्रेमी के दिल को बेकार में खींच रही है, जो प्रेम के नशे और आकर्षण को दर्शाता है।

आगे गीत में होली के रंग और नशे का ज़िक्र है, जहां प्रेमिका की आंखों को भांग के कटोरे से तुलना की गई है, जो प्रेमी को नशे में डुबो देती हैं। गुलाल उड़ने की बात होली के उत्साह और प्रेम के रंग में डूबने की भावना को व्यक्त करती है। प्रेमी का दिल गुलाबी रंग में रंग गया है, जो प्रेम और आनंद का प्रतीक है।

गीत में प्रेमिका की शरारत और प्रेमी के प्रति उसका आकर्षण बार-बार उभरता है। मोहल्ले में अफवाहें फैलने की बात प्रेम की मस्ती और समाज की नज़रों में इसके चर्चे होने को दर्शाती है। प्रेमी कहता है कि वह प्रेमिका के चक्कर में लुट गया है, जो उसके प्यार में पूरी तरह डूबने की बात को व्यक्त करता है।


"गुलाबी सांवरिया" गीत का मुख्य हिस्सा है, जिसमें प्रेमी और प्रेमिका एक-दूसरे की ओढ़नी को गुलाबी रंग से रंगने की बात करते हैं। यह गीत का केंद्रीय प्रतीक है, जो होली के रंगों और प्रेम के बंधन को दर्शाता है। प्रेमिका प्रेमी को पास बुलाती है और कहती है कि वह दूर न जाए, जिससे उनके बीच की आत्मीयता और प्रेम की गहराई झलकती है।

उपरोक्त गाने में प्रेमिका की शरारती मागें भी हैं, जहां वह प्रेमी को अपनी कलाई पकड़ने और उसे रंगने की बात कहती है। प्रेमी को मीठी बातों और ठंडाई जैसे नशे से तंग करने की बात हल्की-फुल्की छेड़छाड़ और प्रेम की मस्ती को दर्शाती है। गीत का अंत प्रेमी के दिल पर प्रेमिका के रंग चढ़ने और खुले दिल से अपनी इच्छाएं बताने की बात पर होता है, जो प्रेम में बेझिझक और खुलकर जीने की भावना को व्यक्त करता है।

कुल मिलाकर, यह गाना प्रेम, होली के रंगों, और चंचल छेड़छाड़ का एक सुंदर मिश्रण है, जो सुनने वाले को उत्साह और रोमांस के मूड में ले जाता है। गीत की भाषा और भावनाएं लोक संगीत की शैली में हैं, जो इसे और भी मजेदार बनाती हैं।


Song Credits

Song : Gulabi Saawariya
Music : Abhijeet Srivastava
Singer : Sachet Tandon & Shilpa Rao
Lyrics : Shayra Apoorva
Music Label : T-Series

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