खुदा कुर्बान Khuda Qurban Lyrics - Rahat Fateh Ali Khan | Roopi Gill | Yograj Singh



खुदा कुर्बान गीत एक गहरे आध्यात्मिक और भावनात्मक बंधन की बात करता है, जो सांसारिक सीमाओं से परे है। यह प्रेम और रूहानी जुड़ाव को दर्शाता है, जो न केवल इस धरती का हिस्सा है, बल्कि आकाशीय मेहमान की तरह अनमोल है। गीत में ईश्वर की महिमा और उसकी रचना के प्रति विस्मय और समर्पण व्यक्त किया गया है, जो हर धड़कन और कुदरत के हर कतरे में झलकता है। "खुदाई वे कुर्बान है" की पंक्तियाँ इस बंधन और रूहानी सौंदर्य के प्रति पूर्ण समर्पण को दर्शाती हैं।

Song credit 
Song :Khuda Qurban(Punjabi)
Singer :Rahat Fateh Ali Khan
Lyrics :Harmanjeet Singh & Ricky Khan
Music label :Mad 4 Films
Writers:Baldev Gill & Amar Hundal


Khuda Qurban lyrics 

इक ऐसा अद्भुत बंधन  
जो हर इक हद नु तोड़े  
इहदी नैना दी वेच चानन  
इहदी राहां दी वेच रोड़ी  
इह जिस्म दी वेच नाहीं कैद होन्दई  
रूहा दई इलान है  

खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  

ये रास्ता है इस धरती दई  
पर अम्बरां दई मेहमान है  

खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  

रब दई अपना इक ढंग है जो  
दुनिया दे समझ च आवे ना  
जिद्दी दिल दे धड़कन साज बने ई  
हो नाहीं सकदई गावे ना  
अज सोचे पै गए कुदरत वे  
कतरा-कतरा हैरान है  

खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  
खुदाई वे कुर्बान है  

ये रास्ता है इस धरती दई  
पर अम्बरां दई मेहमान है  

खुदाई वे कुर्बान है
खुदाई वे कुर्बान है
खुदाई वे कुर्बान है


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